If there was an anti-collision device, accident could have been averted’, Mamata Banerjee’s big statement Odisha balasore train accident
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बालासोर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे पर कहा कि अगर एंटी कोलिजन डिवाइस होता तो यह हादसा टल सकता था। ममता ने आज दुर्घटनास्थल का दौरा किया। वहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने एंटी कोलिजन डिवाइस की बात की। ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान भी किया। ममता ने कहा कि उनकी सरकार राहत और बचाव में उड़ीसा की सरकार के साथ मिलकर का करेगी। उन्होंने इसे इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा बताया।
पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक
उधर इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है। शुक्रवार देर शाम ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई थी। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भयावह रेल हादसे पर शनिवार को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई इस उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कैबिनेट सचिव, केंद्रीय गृह सचिव और एनडीआरएफ के डीजी के अलावा रेलवे बोर्ड मेंबर सहित कई अन्य उच्च अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में इस भीषण ट्रेन दुर्घटना से जुड़े तथ्यों और इसके बाद के बने हालातों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया गया।
एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों को बालासोर भेजा गया
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ही ओडिशा जाकर बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और फिर इसके बाद घायलों का हालचाल जानने के लिए कटक के अस्पताल भी जाएंगे। उधर, राहत अभियान में मदद के लिए एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल के साथ-साथ कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना किया गया है, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। मांडविया ने ट्वीट किया, “अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के डॉक्टरों की दो टीम राहत अभियान में मदद के लिए बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना की गई हैं, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “हम कीमती जिंदगियों को बचाने के लिए इस भीषण रेल दुर्घटना के पीड़ितों को सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सकीय मदद मुहैया करा रहे हैं।”
सेना और एयरफोर्स को राहत और बचाव के कामों में लगाया गया
राहत एवं बचाव कार्य में सेना की टुकड़ियों को तैनात किया गया है और वायुसेना के विमान भी राहत कार्य में जुटे हैं। एक रक्षा अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद रेलवे अधिकारियों के समन्वय से अभियान चलाया जा रहा है। रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘पूर्वी कमान ने एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के अलावा सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीम को तैनात किया है।’’ अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में बैरकपुर और पानागढ़ स्थित सेना के प्रतिष्ठानों से रेल आपदा स्थल तक इंजीनियरिंग और चिकित्सा कर्मियों सहित सैन्य टुकड़ियों को दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि घायल यात्रियों को निकालने के लिए दो एमआई17 तैनात किए गए हैं। (इनपुट-एजेंसी)
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